Market movement after Election 2024:चुनाव के बाद मार्केट क्या करेगा? एक्सपर्ट ने बताया किन क्षेत्रों में अच्छी प्रगति होगी

nirajankr786
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Market movement after Election 2024वर्तमान में बहुत से रिटेल इनवेस्टर्स saving खाते या fd की तुलना में शेयरों में पैसे लगा रहे हैं, और जानकारों के अनुसार, यह रुझान आगे भी जारी रह सकता है। रिटेल इनवेस्टर्स तेजी से मार्केट में निवेश कर रहे हैं. लेकिन किन क्षेत्रों में निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिलेगा, चुनाव के बाद मार्केट किस दिशा में जाएगा, और किन क्षेत्रों में ग्रोथ की अच्छी संभावना है, इसके बारे में एक्सपर्ट ने विशिष्ट टिप्स दिए हैं।

Market movement after Election 2024

चुनावी वर्ष में आमतौर पर बाजार में काफी विविधता होती है। इस साल अब तक, बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) जैसे घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स 2% से अधिक मजबूत हुए हैं। ग्रीन पोर्टफोलियो के फाउंडर और फंड मैनेजर दिवम शर्मा ने कहा कि चुनाव के बाद मार्केट की चाल कैसी रहेगी, इस पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए. उनका मत है कि अगर कोई करेक्शन होता है, तो इस पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए। उन्हें लगता है कि अर्निंग्स अभी तक वैल्यूएशंस में नहीं है, इसलिए कंसालिडेशन मोड अभी नहीं आ रहा है।Market movement after Election 2024

Market movement after Election 2024

इलेक्शन के बाद सरकार का बजट इंफ्रा, कृषि और इलेक्ट्रॉनिक तकनीक पर रह सकता है। वर्तमान में बहुत से रिटेल इनवेस्टर्स एफडी या सेविंग्स खाते की तुलना में शेयरों में पैसे लगा रहे हैं, और यह रुझान आगे भी जारी रह सकता है। इसकी वजह यह है कि भारत में इक्विटी मार्केट में अभी 10 प्रतिशत से भी कम दखल है।Market movement after Election 2024

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Which sectors can see good growth

भारत में क्रेडिट मार्केट का विस्तार तेजी से हो रहा है। ऑनलाइन बैंकिंग सिर्फ 85% और क्रेडिट कार्ड सिर्फ 5% है, जबकि बैंकिंग का दायरा 45% के ऊपर पहुंच चुका है। ऐसे में वित्तीय क्षेत्र के मूल्य निर्धारित सेवाओं के लिए यहां पर्याप्त जगह है। अब भारतीय अर्थव्यवस्था 7.5-8 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, इससे फाइनेंशियल सेक्टर को फायदा होगा। लेकिन ग्रोथ और नियामकीय खतरे भी हैं।

अब निजी क्षेत्र की बात करें, को दिवम का अनुमान है कि यह 2026 तक सुस्त रह सकता है। प्लास्टिक, केमिकल और फार्मास्यूटिकल क्षेत्रों में अतिरिक्त मांग की कमी ने इन क्षेत्रों में काम करने वाली अधिकांश कंपनियों की क्षमता को 70% से भी कम कर दिया है। इन कंपनियों ने पहले वित्त वर्ष 2024–24 तक तेजी से अपनी कैपेसिटी बढ़ाई थी, लेकिन फिर वैश्विक मांग एकाएक कम होने से वे ओवरकैपेसिटी में हो गए।Market movement after Election 2024


Market movement after Election 2024

Global investors will increase investment in India

दिवम शर्मा का कहना है कि आने वाले वर्षों में वैश्विक निवेशक भारत को नहीं भूलेंगे। MSCI Wolrd बेंचमार्क वैश्विक निवेशकों द्वारा लगाया जाता है। भारत की हिस्सेदारी अभी 3% से भी कम है, चीन की इससे तीन गुनी अधिक है, जबकि अमेरिका की हिस्सेदारी 70% है। अब हालात बदलने वाले हैं और अधिकांश निकासी चीन से भारत आने वाली है। अब तक सिर्फ “Sell China” का वातावरण दिखाया गया है, जबकि “Buy India” का वातावरण अभी भी आना बाकी है।

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